सरगुजा : बारिश का प्रकोप अब शासकीय दफतरों पर भी दिखने लगा है, महिला बाल
विकास विभाग का परियोजना कार्यालय जब दो दिन के अवकाश के बाद आज खुला तो दफ्तर
तालाब बन चुका था. अधिकारी कर्मचारी तालाब नुमा आफिस में ही बैठकर काम कर रहे हैं.
जिस विभाग के कंधे पर नवनिहालो का भविष्य सँवारने की जिम्मेदारी है उस विभाग
का दफ्तर खुद बदहाली की मार झेल रहा है, वर्षो पुराने जर्जर भवन में ही कार्यालय
संचालित हो रहा है. जबकी सरगुजा कलेक्ट्रेट में कंपोजिट भवन बनकर तैयार है,
ज्यादातर विभाग अपना कार्यालय कंपोजिट भवन में शिफ्ट कर चुके हैं. लेकिन परियोजना
कार्यालय आज भी अपने पुराने खंडहर में ही संचालित हो रहा है.
सरगुजा में बारिश भी बेतरतीब हो रही है, इतनी बारिश में जर्जर भवनों का टपकना
लाजमी है, अब विभाग के कर्मचारी परेशान हैं, दास्तावेजो के भीगने का भी ख़तरा है. इस
विषय में जिला परियोजना अधिकारी अतुल परिहार का कहना है की " बारिश के समय
में अगर कार्यालय में सीपेज की समस्या है तो इसको पता करा लेते हैं, सामान्य रूप
से परियोजना अधिकारी के द्वारा समय समय पर मरम्मत कराई जाती है, अलग अलग समय पर शासन
द्वारा प्राप्त निर्देशों के आधार पर निर्माण कराया जाता है, उपर गोदाम बनाने की
बात है तो उसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा"
अधिकारी अब भी इस जर्जर भवन को छोड़ना नही चाहते हैं, समस्या के समाधान पर
उन्होंने कंपोजिट भवन में जाने की बात नही की बल्कि, जर्जर भवन के मरम्मत की बात
कह रहे है. फिलहाल दफ्तर टपक रहा है और दफ्तर में पानी भरा हुआ है और इस स्थित में
काम करना कर्मचारियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है.